INTERNATIONAL daughters day 2024; Importance and Objectives:

International daughters day 2024 संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा इस महत्त्व को समझते हुए समाज में बराबरी, लैंगिक समानता और समान अधिकार आदि दिलाने के लिए साल 2012 में इस पहल की उद्द्घोषणा की थी. इस वर्ष 22 सितम्बर 2024 को पड़ रहा हैं, इसका उद्देश्य परिवार में बेटियों के प्रति प्यार और बेटियों के महत्व को समझाने के लिए होता है,और समाज में बेटियों के लिए प्रेम, अपनत्व, सम्मान प्रदान के लिए भी होता है. यह दिन परिवार के सदस्यों के बीच प्रेमपूर्ण संबंधों को मजबूत करने और परिवार के साथ मूल्यवान समय व्यतीत करने का अवसर प्रदान करता है.

इसदिन लोग अपने बेटियों के प्रति प्यार, स्नेह और आभार व्यक्त करते हैं, यह दिन बेटियों के महत्व को उजागर करता है और यह दिन हर्षोल्लास और उत्सव के रूप में मनाने का बेहतरीन अवसर होता है. जिससे परिवार के लिए बेटियों के दिल में अपनी महत्वता की भावना महसूस होती हैं. अगर आप इस दिन को उत्सव के रूप में बेटियों के साथ जश्न मनाते हैं, जिससे आपकी बेटी को भी यह महसूस होगा कि आपके मन में उनके लिए भी प्यार,स्नेह,अपनत्व, सम्मान और खास स्थान है.

International daughters day का महत्व:

International daughters day का प्रमुख महत्त्व आज भी कई घरों में आज भी जो अधिकार लड़को को मिलते वह लड़कियों को नहीं मिल पाते है जिससे वह अपने जीवन में जो सफलता और स्थान हासिल करना चाहती है नहीं मिल पाती है. क्योकि समाज में आज भी यह धारणा खत्म नहीं हुई है कि बेटे बेटियों से ज्यादा खास होते हैं, और समाज में विभिन्न प्रकार के सामाजिक धारणाओं के कारण जन्म के समय मासूम बच्चियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.

इसी स्थिति के कारण से भी लड़को की अपेक्षा लड़कियों की सँख्या काफी कम हो गयी हैं हमें इस धारणा को बदलना पड़ेगा। हमारी और हमारे समाज की अहम् जिम्मेदारी है कि हम इस रूढ़िवादी मानसिकता को बदलें और बेटियों को कमजोरी नहीं बल्कि अपनी ताकत व सौभाग्य समझें।

International daughters day का उद्देश्य:

International daughters day का प्रमुख उद्देश्य समाज में बराबरी, लैंगिक समानता और समान अधिकार दिलाने का प्रयास करना, लड़कियों एवं महिलाओ को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी देना और सामाजिक, शैक्षिक, आर्थिक एवं राजनीतिक सुरक्षा पूर्ण रूप से लागू करना एवं लैंगिक भेदभाव को समाप्त करना,तथा समाज के रुढ़िवादी धारणाओं को समाप्त करना.

लैंगिक समानता के बारे में जागरूकता बढ़ाना:

International daughters day का प्रमुख उद्देश्य हैं कि बेटियां भी उतनी महत्वपूर्ण हैं कि जितने बेटे, बेटियों और बेटे में कोई अंतर नहीं सभी समान हैं. क्योंकि आज बेटियों भी बेटे के समान हैं, बेटियां भी हर वह काम कर रहीं है जो बेटे कर रहे हैं, हर क्षेत्र में बेटियां बेटों के साथ काम कर रही हैं.बेटियों को भी बेटों के बराबर प्यार, शिक्षा और अवसर प्रदान करना, बेटों बेटियों में बिना भेदभाव किये बेटियों के साथ निष्पक्ष व्यवहार करना.

सशक्तिकरण:

International daughters day का प्रमुख उद्देश्य है सशक्तिकरण सरकार द्वारा बेटियों एवं महिलाओ के सशक्तिकरण हेतू विभिन्न प्रकार की योजनाओ का संचालन किया जा रहा हैं, बेटियों को सशक्त एवं सफलता प्राप्त करने के लिए हम सभी लोगो की प्रमुख ज़िम्मेदारी हैं कि समाज एवं परिवार को अपने रूढ़िवादी मानसिकता का त्याग करते हुए शिक्षा एवं रोज़गार प्राप्त करने में बिना भेदभाव किये समान अवसर प्रदान करे. जिससे बेटियों को आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त हो सके जिससे बेटियों का भविष्य सुरक्षित हो सके लैंगिक भेदभाव का सामना न करना पढ़े और भेदभाव से मुक्ति मिल सकें.

निष्कर्ष:

समाज में विभिन्न प्रकार के रुढ़िवादी सामाजिक धारणाओं एवं लैंगिक भेदभाव के कारण आज भी जो अधिकार लड़को को मिलते वह लड़कियों को नहीं मिल पाते हैं, जिससे वह अपने जीवन में जो सफलता और स्थान हासिल करना चाहती है नहीं मिल पाती है, अतः हम सभी लोगो की प्रमुख ज़िम्मेदारी हैं कि समाज में बराबरी, लैंगिक समानता और समान अधिकार दिलाने का प्रयास करना .और बिना लैंगिक भेदभाव के बेटियों को भी बेटों के बराबर प्यार, शिक्षा और अवसर प्रदान करना.

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